(A) मिर्जा राजा जयसिंह
(B) महाराणा अजीत सिंह
(C) महाराणा प्रताप सिंह
(D) महाराणा फतेह सिंह
Answer: D
राजस्थान के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर केसरीसिंह बारहट ने ‘चेतावनी रा चुंगटिया’ की रचना की थी। ‘चेतावनी रा चुंगटिया’ की रचना 13 सोरठों में की गई थी।
सन 1 जनवरी 1903 ई. में अंग्रेज़ वायसराय लॉर्ड कर्ज़न द्वारा दिल्ली में इतिहास प्रसिद्ध ‘दिल्ली दरबार’ आयोजित किया गया था। इस दरबार में मेवाड़ के महाराणा फ़तेह सिंह को सम्मिलित होने से रोकने के लिए प्रसिद्ध क्रांतिकारी बारहट केसरीसिंह ने उन्हें सम्बोधित कर ‘चेतावनी रा चूंगट्या’ नामक कुछ उद्बोधक सोरठे लिखे थे।