(A) गोकुलभाई भट्ट
(B) चुन्नीलाल प्रभाकर
(C) कृष्णदत्त पालीवाल
(D) भोगीलाल पंड्या
Answer: D
डूंगरपुर प्रजा मंडल की स्थापना भोगीलाल पांड्या ने 1944 में की थी। उन्हें वागड़ के गांधी के रूप में जाना जाता था।
इसके संस्थापक अध्यक्ष श्री भोगीलाल पांडेय थे हरिदेव जोशी गौरी शंकर उपाध्याय और शिव लाल कोटडिया इसके संस्थापक सदस्यों में से थे।
डूंगरपुर प्रजामंडल का उद्देश्य डूंगरपुर रियासत में महारावल की छत्रछाया में उत्तरदायी शासन की स्थापना करना था।
अप्रैल 1946में डूंगरपुर में राज्य प्रजामंडल का पहला अधिवेशन भोगीलाल पांडेय के नेतृत्वमें हुआ। जिससे अन्य कार्यकर्ताओं के अलावा पंडित हीरालाल शास्त्री ,मोहनलाल सुखाड़िया और जुगल किशोर चतुर्वेदीने भाग लिया।
NOTE: माणिक्य लाल वर्मा ने 1935 में डूंगरपुर में खांडलाई आश्रम स्थापित कर भीलो में शिक्षा का प्रसार किया था।