प्रह्लाद बालाचार्य गजेन्द्रगडकर का जन्म 16 मार्च, 1901 में बंबई प्रेसीडेंसी के सतारा में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। प्रह्लाद बालाचार्य गजेन्द्रगडकर भारत के भूतपूर्व सातवें मुख्य न्यायाधीश थे।
NOTE: प्रह्लाद बालाचार्य गजेन्द्रगडकर 1 फ़रवरी, 1964 से 15 मार्च, 1966 (2 साल 1 महीने 14 दिन तक) भारत के मुख्य न्यायाधीश के पद पर रहे।
वर्ष 1924 में डेक्कन कॉलेज (पुणे) से पी. बी. गजेन्द्रगडकर ने एम.ए. की तथा वर्ष 1926 में आईएलएस लॉ कॉलेज से एल.एल.बी. की। वर्ष 1945 में उन्हें बम्बई उच्च न्यायालय का जज नियुक्त किया गया।
गजेन्द्रगडकर को जनवरी, 1956 में सर्वोच्च न्यायालय की बेंच में पदोन्नत किया गया तथा वर्ष 1964 में उन्हें भारत का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया।
भारत सरकार के अनुरोध पर पी. बी. गजेन्द्रगडकर ने केंद्रीय विधि आयोग, राष्ट्रीय श्रम आयोग और बैंक पुरस्कार आयोग जैसे कई आयोगों का नेतृत्व किया। भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के अनुरोध पर उन्होंने दक्षिण भारत में गाँधीग्राम ग्रामीण संस्थान के मानद कार्यालय का संचालन किया।
पी. बी. गजेन्द्रगडकर ने दो बार सामाजिक सुधार सम्मेलन के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए जातिवाद, अस्पृश्यता, अंधविश्वास और अश्लीलता जैसी बुराइयों के उन्मूलन के लिए अभियान चलाये।
पुस्तकें
- ओपन लाइब्रेरी पीबी गजेंद्रगडकर
प्रह्लाद बालाचार्य गजेन्द्रगडकर का निधन 12 जून, 1981 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ।