(A) इन्दुमति
(B) पदमिनी
(C) राजमति
(D) देवल देवी
Answer: C
बीसलदेव रासौ की मुख्य महिला पात्र मालवा के परमार भोज की पुत्री राजमती थी।
बीसलदेव रासो: 16वीं सदी के कवि लेखक नरपति नाल्ह द्वारा राजस्थानी में रचित ग्रंथ जिसमें अजमेर के बीसलदेव चैहान तथा परमार राजा भोज की पुत्री राजमती की प्रेम कथा का वर्णन है।
- यह ग्रंथ क्रिया एवं संज्ञा के रूप में अपभ्रंश पर आधारित है। इसकी भाषा में राजस्थानी एवं गजराती भाषाओं का सम्मिश्रण है। इसमें बीसलदेव के विवाह, उसकी उडीसा यात्रा तथा उसकी रानी के विरह का रोमांचक वर्णन है।
बीसलदेव रासो में चार खंड है।
- यह एक नीतिकाव्य है।