(A) रानी रूपादे
(B) रानी रामरसदे
(C) रानी भीमलदे
(D) उमादे भटियानी
Answer: B
त्रिमुख बावड़ी राजस्थान के उदयपुर जिले में स्थित है। इसका निर्माण महाराजा राजसिंह की रानी रामरसदे ने करवाया था।
बावड़ी का अर्थ – राजस्थान में बावडी अथवा बाव का तात्पर्य एक विशेष प्रकार के जल स्थापत्य से है, जिसमें एक गहरा कुआं अथवा एक बढा कुण्ड होता है। इसमें पानी की सतह तक जाने के लिए सीढियां बनी होती है। इन पर अलंकृत द्वार सुन्दर तोरण तथा देवी-देवताओं की प्रतिमाएं बनाईं जाती है।