उपराष्ट्रपति ने शिल्पकारों को शिल्प गुरु और राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 28 नवंबर को नई दिल्ली में एक समारोह में 2017, 2018 और 2019 के लिए मास्टर शिल्पकारों को शिल्प गुरु और राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए।
महत्वपूर्ण तथ्य
- कोरोना महामारी के कारण पिछले तीन वर्षों के पुरस्कार को एक साथ प्रदान किए जा रहे हैं।
- ये पुरस्कार हर साल हस्तशिल्प के महान उस्ताद शिल्पकारों को प्रदान किए जाते हैं जिनके काम ने देश की समृद्ध और विविध शिल्प विरासत के संरक्षण में योगदान दिया है।
- पुरस्कार विजेता देश के लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ विभिन्न स्थानों की विभिन्न शिल्प शैलियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- भारत दुनिया के प्रमुख हस्तशिल्प केंद्रों में से एक है और इसके हस्तशिल्प निर्यात में लगातार वृद्धि हो रही है।
- हस्तशिल्प ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों लोगों को आजीविका प्रदान करता है और वंचितों को सशक्त बनाने का माध्यम भी बनता है।
मास्टर शिल्पकारों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार
- विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) का कार्यालय 1965 से मास्टर शिल्पकारों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कारों की योजना को लागू कर रहा है, इसके अलावा 2002 में शिल्प गुरु पुरस्कारों की शुरुआत की गई।
- इसका मुख्य उद्देश्य हस्तशिल्प क्षेत्र में उत्कृष्ट शिल्पकारों को नई पहचान देना है।
- पुरस्कार विजेता देश के लगभग सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ-साथ विभिन्न स्थानों की विभिन्न शिल्प शैलियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।