(A) 56
(B) 26
(C) 36
(D) 43
Answer: C
जसनाथी संप्रदाय के 36 नियम हैं जिनका पालन इस संप्रदाय के अनुयायियों द्वारा किया जाता है। नाथ सम्प्रदाय में ही इन 36 नियमों का पालन करने वाले लोग जसनाथ कहलाने लगे। जसनाथी सम्प्रदाय का संस्थापक जसनाथ जी को माना जाता है।
- जसनाथी सम्प्रदाय के वे अनुयायी जो सम्पूर्ण जीवन और संसार से विरक्त हो गये, वे परमहंस कहलाये।
- जसनाथी सम्प्रदाय में भगवा वस्त्र पहनने वाले अनुयायी सिद्ध कहलाये।
- जसनाथजी के उपदेश ‘सिंभूदडा‘ एवं ‘कोड़ा’ ग्रन्थों मे संग्रहित है।
जसनाथ सम्प्रदाय की प्रमुख पाँच उप पीठ – मालासर (बीकानेर), लिखमादेसर (बीकानेर), पूनरासर (बीकानेर), बमलू (बीकानेर) एवं पाँचला (नागौर) है।
अग्नि नृत्य – जसनाथी सम्प्रदाय के अनुयायियों द्वारा धधकते हुये अंगारों पर किया जाने वाला नृत्य है इसमें जसनाथी अग्नि में प्रवेश करने से पहले फतै-फतै कहते है। अग्नि नृत्य का उद्गम स्थल बीकानेर का ‘कतरियासर‘ ग्राम माना जाता है।
NOTE: जसनाथी के चमत्कारों से प्रभावित होकर सिकंदर लोदी ने जसनाथ जी को कतरियासर (बीकानेर) में 500 बीघा जमीन भेंट की।