डामोर जनजाति राजस्थान में मुख्यतः जिलों में पाई जाती है।

(A) डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर

(B) चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, राजसमन्द

(C) सवाई माधोपुर, करौली, बूंदी

(D) कोटा, बारां, झालावाड़

Answer: A

डामोर जनजाति भील जनजाति की ही उपशाखा है। यह जनजाति मुख्य रूप से राजस्थान के डूंगरपुर, बांसवाड़ा, तथा उदयपुर जिले में केंद्रित है। ये सर्वाधिक डूंगरपुर जिले के सीमलवाडा पंचायत क्षेत्र में निवास करते हैं।

दापा प्रथा : इस जनजाति में विवाह का मुख्य आधार वधू मूल्य होता है वर पक्ष को कन्या के पिता को वधू मूल्य चुकाना पड़ता है दापा कहते है।

डामोर जनजाति की पंचायत के मुखिया को मुखी कहा जाता है।

डामोर जनजाति प्रमुख मेले
·  छैला बावजी या झेला बावजी का मेला : छैला बावजी का मेला गुजरात राज्य के पंचमहल नामक स्थान पर भरता है।
·  ग्यारस की रैवाड़ी का मेला : ग्यारस की रैवाड़ी का मेला प्रतिवर्ष अगस्त-सितम्बर माह में राजस्थान के डूँगरपुर जिले में भरता है।

डामोर जनजाति (Damor Janjati)