(A) नरपति नाल्ह
(B) चन्द बरदाई
(C) सांरगदेव
(D) जयानक
Answer: B
पृथ्वीराज रासो की रचना कवि चंदरबरदाई ने की। पृथ्वीराज रासो में सम्राट पृथ्वीराज चौहान के जीवन और चरित्र का वर्णन किया गया है।
चंदबरदाई पृथ्वीराज के बचपन के मित्र और उनके राजकवि थे।
कवि चंद बरदाई द्वारा लिखित पृथ्वीराज रासो के अनुसार एक बार ऋषियों ने आबू पर्वत पर यज्ञ करना आरंभ किया तो राक्षसों ने मल-मूत्र तथा हड्डियां आदि अपवित्र वस्तुएं डालकर यज्ञ को भ्रष्ट करने की चेष्टा की। इस पर महर्षि वशिष्ठ ने यज्ञ की रक्षा के लिये मंत्र सिद्धि से चार पुरुषों को उत्पन्न किया जो प्रतिहार, परमार, चौलुक्य और चौहान कहलाये।
पृथ्वीराज रासो के अनुसार जब शहाबुद्दीन गौरी पृथ्वीराज चौहान को कैद करके गजनी ले गया तब कुछ दिनों बाद चंद बरदाई भी वहीं गए,जाते समय कवि ने अपने पुत्र जल्हण के हाथ में रासो की पुस्तक देकर उसे पूर्ण करने का संकेत किया। जल्हण के हाथ में रासो को सौंपे जाने और उसके पूरे किए जाने का उल्लेख रासो में है।