(a) मीणा
(b) भील
(c) गरासिया
(d) कालबेलिया
Answer: B
हाथीमना नृत्य भील जनजाति द्वारा किया जाता है। हाथीमना नृत्य पुरूष लोकनृत्य है। इस नृत्य को भील पुरूषों द्वारा विवाह के अवसर पर किया जाता है।
भील जनजाति की उत्पत्ति भगवान शिव के पुत्र निषाद द्वारा मानी जाती है।
भील जनजाति राजस्थान की सबसे प्राचीन जनजाति है। ‘भील’ शब्द की उत्पति द्रविड़ भाषा के “बिलु’ शब्द से हुई है जिसका अर्थ है ‘कमान’।
भील जनजाति के नृत्य
- नेजा नृत्य – खेल नृत्य, होली के तीसरे दिन से स्त्री-पुरूषों द्वारा खम्भे पर नारियल बाधकर किया जाने वाला नृत्य।
- द्विचकी नृत्य – विवाह के अवसर पर पुरूषों महिलाओं द्वारा वृताकार में किया जाने वाला नृत्य।
- गैर नृत्य – फाल्गुन मास में होली पर स्त्री-पुरूषो द्वारा फसल की कटाई के अवसर पर ढोल, मांदल, थाली के साथ के साथ किया जाने वाला नृत्य।
- गवरी/राई नृत्य – उदयपुर संभाग में सावन-भादों में आयोजित किया जाने वाला यह मुखौटा प्रधान धार्मिक नृत्य है जो केवल पुरूषों द्वारा किया जाता है।