Bhopal Gas Tragedy/भोपाल गैस त्रासदी

Bhopal Gas Tragedy/भोपाल गैस त्रासदी: विश्व की दूसरी सबसे बड़ी गैस त्रासदी को भले ही 38 साल बीत गए हों, लेकिन इसके जख्म आज भी ताज़ा हैं। भोपाल गैस त्रासदी भारत में मध्य प्रदेश के भोपाल शहर में घटित वह बड़ी दुर्घटना थी, जिसमें हज़ारों लोगों ने अपनी जान गँवा दी थी। 02 और 03 दिसम्बर, 1984 को भोपाल में हुई भयानक औद्योगिक दुर्घटना को “भोपाल गैस कांड” या “भोपाल गैस त्रासदी” के नाम से जाना गया।

भोपाल स्थित ‘यूनियन कार्बाइड’ नामक कंपनी के कारखाने से ‘मिथाइल आइसोसाइनेट’ (Methyl isocyanate- MIC) नामक एक ज़हरीली गैस का रिसाव हुआ, जिससे कीटनाशक बनाया जाता है।

  • बहुराष्ट्रीय कंपनी ‘यूनियन कार्बाइड’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वारेन एंडरसन ने विश्व के अन्य  देशों,  प्रांतों, प्रदेशों की तरह भोपाल में भी एक अत्यंत आधुनिक, सुरक्षा और उत्पादन के शीर्ष मायनों पर खरा उतरने वाले रासायनिक कीटनाशक उत्पादन की महत्त्वाकांक्षा वाला एक कारखाना स्थापित किया था।
  • यूनियन कार्बाइड की बेहतरीन कीटनाशक उत्पादन प्रणाली बाज़ार के साथ सामंजस्य स्थापित नहीं कर पाई और इसके कारखाने को अनुमानित अर्थलाभ की अपेक्षा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा, जिसका कंपनी की उत्पादन प्राणाली, सुरक्षा मानदंड और उपकरणों के अनुरक्षण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा ।
  • मिथाइल आइसोसाइनेट गैस के रिसाव से लगभग 15000 से अधिक लोगों की जान गई तथा बहुत सारे लोग अनेक तरह की शारीरिक अपंगता से लेकर अंधेपन के शिकार हुए। भोपाल गैस त्रासदी दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटना मानी जाती  है।

मिथाइल आइसोसाइनेट

  • मिथाइल आइसोसाइनेट एक कार्बनिक यौगिक है।
  • मिथाइल आइसोसाइनेट एक बेहद जहरीली गैस है और अगर हवा में इसकी सांद्रता 21ppm मौत का कारण बन सकती है।
  • मिथाइल आइसोसाइनेट का प्रयोग रबड़ और चिपकने वाले पदार्थो के उत्पादन में किया जाता है।
  • मिथाइल आइसोसाइनेट का रासायनिक सूत्र CH3NCO है।

NOTE: त्रासदी के बाद, भारत सरकार ने एक सार्वजनिक देयता बीमा अधिनियम (1991) बनाया, जिसका अर्थ खतरनाक उद्योगों से जुड़ी दुर्घटनाओं के पीड़ितों को तत्काल राहत प्रदान करना था। अधिनियम के तहत, प्रभावित लोगों को मुआवजा देने के लिए एक पर्यावरण राहत कोष की स्थापना की गई थी।

FAQ

भोपाल गैस त्रासदी कब घटित हुई थी?

भोपाल गैस त्रासदी : यह 3 दिसंबर 1984 को हुई थी। यह मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी यूनियन कार्बाइड (अब डॉव केमिकल्स) के कीटनाशक संयंत्र से मिथाइल आइसोसाइनेट (CH3NCO) के रिसाव
के कारण हुआ था।

1984 की भोपाल गैस त्रासदी का संबंध किससे है?

मिथाइल आइसोसाइनेट