कंबोडिया के अंग्कोरवाट मंदिर इटली के पोम्पेई को पछाड़कर दुनिया का आठवां अजूबा बन गया है।
कंबोडिया के अंग्कोरवाट मंदिर इटली के पोम्पेई को पछाड़कर दुनिया का आठवां अजूबा बन गया है।
अंगकोर वाट को सूची में शामिल करने के साथ, अब“दुनिया के अजूबों” की संख्या 8 हो गई है।
अंगकोर वाट को सूची में शामिल करने के साथ, अब“दुनिया के अजूबों” की संख्या 8 हो गई है।
यह मंदिर मूल रूप से भगवान विष्णु को समर्पित है। लेकिन बाद में यह बदल कर एक बौद्ध मंदिर बन गया।
यह मंदिर मूल रूप से भगवान विष्णु को समर्पित है। लेकिन बाद में यह बदल कर एक बौद्ध मंदिर बन गया।
800 वर्ष पुराने इस मंदिर का निर्माण राजा सूर्यवर्मन द्वितीय ने करवाया था।
800 वर्ष पुराने इस मंदिर का निर्माण राजा सूर्यवर्मन द्वितीय ने करवाया था।
यह दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर है।
यह दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर है।
यह करीब 500 एकड़ के क्षेत्र में फैला है।
यह करीब 500 एकड़ के क्षेत्र में फैला है।
मंदिर के केंद्रीय परिसर में कमल के आकार के5 गुंबद बने हुए हैं।
मंदिर के केंद्रीय परिसर में कमल के आकार के5 गुंबद बने हुए हैं।
जो माउंट मेरु का प्रतिनिधित्व करते हैं।
जो माउंट मेरु का प्रतिनिधित्व करते हैं।
मंदिर के दिवारों की सज्जा काफी जटिल है, जिसमें खमेर शास्त्रिय शैली का प्रभाव दिखता है।
मंदिर के दिवारों की सज्जा काफी जटिल है, जिसमें खमेर शास्त्रिय शैली का प्रभाव दिखता है।