(A) देवगढ़ शैली
(B) चावण्ड शैली
(C) नाथद्वारा शैली
(D) किशनगढ़ शैली
Answer: C
पिछवाई चित्रकला नाथद्वारा शैली से सम्बन्धित है। पिछवाई चित्रण में केले के वृक्ष अधिक बनाए जाते थे।
नाथद्वारा चित्रकला मेवाड़ चित्रकला शैली के अन्तर्गत आती हैं। इस चित्रकला शैली पर वल्लभ संप्रदाय का प्रभाव है। श्रीनाथजी को यहां कृष्ण का प्रतीक मानकर पूजा की जाती थी इसी कारण कृष्ण लीलाओं को चित्रों में अंकित करने की प्रथा प्रचलित हुई।
महाराजा राजसिंह का काल इस शैली का स्वर्ण काल कहलाता है।
NOTE: यहां स्थित श्री नाथ जी मंदिर का निर्माण मेवाड़ के महाराजा राजसिंह ने 1671-72 में करवाया था।