फ्रांसिस न्यूटन सूजा एक जाने-माने भारतीय चित्रकार थे। फ्रांसिस न्यूटन सूजा का जन्म 12 अप्रैल, 1924 को गोवा के सालिगाँव में एक कैथोलिक परिवार में हुआ था। एफ़. एन. सूजा ने मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज में पढ़ाई के लिए दाखिला लिया, पर एक दिन शौचालय में टॉयलेट पर भित्ति चित्रण करने की वजह से उन्हें निकाल दिया गया।
फ्रांसिस न्यूटन सूजा जिन्हें एफ. एन. सूजा. भी कहा जाता है। एफ़. एन. सूजा मुंबई के प्रसिद्ध सर जे.जे स्कूल ऑफ़ आर्ट्स में अध्ययनरत थे, पर भारत छोड़ो आन्दोलन के समर्थन के कारण उन्हें वहाँ से भी निकाल दिया गया।
- वर्ष 1947 में एफ़. एन. सूजा ‘कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया’ में शामिल हो गए।
- वर्ष 1947 में एम. एफ. हुसैन., एस. एच. रज़ा और के. एच. आरा आदि के साथ-साथ मिलकर एफ़. एन. सूजा ने ‘प्रोग्रेसिव आर्ट्स ग्रुप ऑफ़ बॉम्बे’ की स्थापना की।
- वर्ष 1948 में एफ़. एन. सूजा के चित्रों की पहली प्रदर्शनी लंदन के ‘बर्लिंगटन हाउस’ में लगी।
- वर्ष 1949 में सूजा भारत छोड़कर इंग्लैंड चले गए।
- वर्ष 1954 में लन्दन के ‘द इंस्टिट्यूट ऑफ़ कंटेम्परेरी आर्ट्स’ ने अपनी एक प्रदर्शनी में सूजा के भी चित्रों को प्रदर्शित किया।
- वर्ष 1955 में उनका एक आत्मकथात्मक लेख ‘निर्वाना ऑफ़ अ मैगोट’ स्टीफन स्पेंडर के ‘एनकाउंटर’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ।
- सूजा का निधन 28 मार्च, 2002 को मुंबई में हुआ।
- सन 2005 में उनकी एक पेंटिंग ‘बर्थ’ क्रिस्टी के नीलामी में लगभग 11.3 करोड़ रुपये में बिकी। इसे भारतीय उद्योगपति अनिल अम्बानी की पत्नी टीना अम्बानी ने अपने ‘हारमनी आर्ट्स फाउंडेशन’ के लिए खरीदा था।