(A) पीपानन्द
(B) प्रतापसिंह
(C) उदयसिंह
(D) भूपसिंह
Answer: B
लोक संत पीपा के बचपन का नाम प्रताप सिंह था। संत पीपा मध्यकालीन राजस्थान में भक्ति आन्दोलन के प्रमुख संतों में से एक थे। संत पीपा का जन्म विक्रम संवत् 1417 चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को खिचीं राजवंश परिवार में हुआ था।
संत पीपा रामानन्द के शिष्य थे। संत पीपा की माता का नाम लक्ष्मीवती था।
दर्जी समुदाय के लोग संत पीपा जी को आपना आराध्य देव मानते हैं।
संत पीपाजी ने “चिंतावानी जोग” नामक गुटका की रचना की थी।
पीपा जी ने अपना अंतिम समय टोंक के टोडा गाँव में बिताया था और वहीं पर चैत्र माह की कृष्ण पक्ष नवमी को इनका निधन हुआ, जो आज भी ‘पीपाजी की गुफ़ा‘ के नाम से प्रसिद्ध है।
NOTE: बाड़मेर ज़िले के समदड़ी कस्बे में संत पीपा का एक विशाल मंदिर बना हुआ है, जहाँ हर वर्ष विशाल मेला लगत है। इसके अतिरिक्त गागरोन (झालावाड़) एवं मसुरिया (जोधपुर) में भी इनकी स्मृति में मेलों का आयोजन होता है।