(A) अजमेर
(B) जयपुर
(C) कोटा
(D) भरतपुर
Answer: A
स्वामी दयानन्द सरस्वती का प्रारम्भिक नाम मूलशंकर अंबा शंकर तिवारी था। इनका जन्म 12 फरवरी 1824 को टंकारा गुजरात में हुआ था।
दयानंद सरस्वती पहली बार जून 1865 में करौली के राज्य अतिथि के रूप में राजस्थान आए थे। उन्होंने किशनगढ़, जयपुर, पुष्कर, और अजमेर में व्याख्यान दिए।
मुख्य रचनाएँ– सत्यार्थ प्रकाश, आर्योद्देश्यरत्नमाला, गोकरुणानिधि, व्यवहारभानु, स्वीकारपत्र आदि।
NOTE: दयानंद सरस्वती के नेतृत्व में उदयपुर में 1883 में एक परोपकारिणी सभा की स्थापना की।